🌙 करवा चौथ 2025: तिथि, पूजा विधि, व्रत कथा और संपूर्ण जानकारी

करवा चौथ 2025 का पर्व विवाहित स्त्रियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह दिन पति की लंबी आयु और दांपत्य जीवन की सुख-समृद्धि के लिए मनाया जाता है। इस साल करवा चौथ 2025 की तिथि 10 अक्टूबर (शुक्रवार) को मनाई जाएगी।

🕓 करवा चौथ 2025 पूजा का समय

उपवास प्रारंभ: सूर्योदय से पहले (सुबह लगभग 5:30 बजे)

चंद्रोदय समय: रात 8:22 बजे (दिल्ली समयानुसार)

पूजन मुहूर्त: शाम 5:45 से 7:00 बजे तक शुभ माना गया है।

🙏 करवा चौथ पूजा विधि (Karwa Chauth Pooja Vidhi)

1. सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद सरगी (सास द्वारा दिया गया भोजन) ग्रहण करें।

2. दिनभर निर्जला व्रत रखें — बिना जल, भोजन या फल के।

3. शाम को करवा चौथ माता की पूजा करें।

4. मिट्टी या चित्र में बने करवा, गणेशजी, माता पार्वती और भगवान शिव की आराधना करें।

5. करवा चौथ की कथा सुनें और दीपक जलाकर व्रत का संकल्प लें।

6. अर्घ्य देकर चंद्रमा को जल अर्पण करें और पति के हाथों से व्रत खोलें।

📜 करवा चौथ व्रत कथा (Karwa Chauth Vrat Katha)

प्राचीन कथा के अनुसार, सत्यवती नामक महिला ने अपने पति की दीर्घायु के लिए यह व्रत रखा था। उसके भाइयों ने उसे झूठे चांद दिखाकर व्रत तुड़वा दिया, जिससे उसके पति की मृत्यु हो गई। उसने देवी पार्वती की आराधना की, तब देवी ने उसे पुनर्जीवित किया। तब से यह व्रत पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए किया जाता है।

🙏 करवा चौथ व्रत कथा (पूर्ण संस्करण)

बहुत समय पहले की बात है, एक ब्राह्मण के सात पुत्र और एक पुत्री थी। करवा चौथ के दिन ब्राह्मणी स्त्री और उसकी पुत्रवधुएँ व्रत रख रही थीं। ब्राह्मण की पुत्री ने भी यह व्रत रखा। जब रात हुई और चाँद नहीं निकला, तो उसकी भूख-प्यास से हालत खराब हो गई।

उसके भाइयों को अपनी बहन की यह दशा देखी नहीं गई। उन्होंने पेड़ पर दीपक रखकर छल से बहन को दिखाया और कहा — “देखो बहन, चाँद निकल आया है, अब व्रत खोल लो।”

बहन ने बिना सोचे-समझे व्रत खोल लिया और जल पी लिया।

कुछ ही देर बाद यह समाचार आया कि उसके पति की मृत्यु हो गई है। वह रोती-बिलखती अपने पति के शव के पास गई। तब वहाँ से गुजरती माता पार्वती जी ने उससे पूछा — “हे सुहागिन! तू क्यों रो रही है?”

वह बोली — “माता! मैंने करवा चौथ का व्रत किया था, पर भाइयों के कहने पर झूठे चाँद को देखकर व्रत खोल लिया। अब मेरे पति की मृत्यु हो गई।”

माता पार्वती ने कहा — “बेटी, तू सच्चे मन से मेरा व्रत रख। अगले वर्ष मैं तुझे अपने आशीर्वाद से तेरे पति को जीवित कर दूँगी।”

उसने पूरे विधि-विधान से अगले वर्ष करवा चौथ का व्रत किया। माता पार्वती की कृपा से उसका पति पुनः जीवित हो गया। तभी से यह व्रत सौभाग्य और पति की दीर्घायु के लिए किया जाने लगा।

🌸 करवा चौथ व्रत का महत्व

यह व्रत पति-पत्नी के अटूट प्रेम, नारी की श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। करवा चौथ के दिन महिलाएं माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं और चंद्रमा को अर्घ्य देकर पति की लंबी आयु की कामना करती हैं।

🪔 🌸 करवा चौथ माता की आरती 🌸

जय करवा माता जय करवा माता,

तू ही है जीवन दाता।

सौभाग्य दे तू सुहागिन को,

सुख-शांति दे घर-आँगन को।।

करवा माता तेरी पूजा करें,

हर वर्ष नारी व्रत धरे।

सिंधूर चूड़ी अरपन करती,

श्रद्धा से जो तुझको धरे।।

जय करवा माता जय करवा माता…

पति की लंबी उमर हो माता,

ऐसी सबकी आस रहे।

तेरी कृपा से सुहागिनें,

सदा मंगल प्रकाश रहे।।

जय करवा माता जय करवा माता…

करवा माता व्रत है न्यारा,

हर सुहागिन को प्यारा।

तेरे दर्शन का शुभ अवसर,

लाए जीवन में उजियारा।।

जय करवा माता जय करवा माता…

💄 श्रृंगार कैसे करें (Karwa Chauth Shringaar Tips)

करवा चौथ पर सोलह श्रृंगार का विशेष महत्व होता है।

1. लाल या गुलाबी रंग की साड़ी पहनें।

2. माथे पर सिंदूर और बिंदी लगाएं।

3. हाथों में मेहंदी और चूड़ियां पहनें।

4. नथ, मांगटीका, बिछिया और पायल पहनें।

5. हल्का मेकअप और पारंपरिक ज्वेलरी से लुक पूरा करें।

6. पूजा से पहले आरती की थाली तैयार रखें।

🌼 व्रत कैसे खोलें (Vrat Kaise Khole)

1. चांद निकलने पर छलनी से पति का चेहरा देखकर चांद को जल अर्पण करें।

2. पति से आशीर्वाद लेकर जल ग्रहण करें।

3. इसके बाद फल या मीठे से व्रत खोलें।

4. पति के हाथों से पहला निवाला लेना शुभ माना जाता है

🌕 चांद पूजा विधि (Chand Pooja Vidhi)

जल, चावल और अक्षत से चंद्रमा को अर्घ्य दें।

दीपक जलाकर “ॐ चन्द्राय नमः” मंत्र का जाप करें।

करवा चौथ माता से आशीर्वाद मांगें कि वैवाहिक जीवन में सदैव सुख-शांति बनी रहे।

🪔 करवा चौथ पूजा सामग्री (Karwa Chauth Pooja Samagri List)

1. करवा (मिट्टी या स्टील का)

2. दीपक और रुई की बाती

3. गेहूं, चावल, हल्दी, कुंकुम

4. फूल, मिठाई, रोली-चावल

5. सोलह श्रृंगार की सामग्री

6. पानी का लोटा, छलनी

7. माता की तस्वीर या मूर्ति

🏵️ करवा चौथ पूजा थाली सजावट (Pooja Thali Decoration)

लाल या सुनहरी कपड़े से थाली सजाएं।

बीच में दीपक रखें और चारों ओर फूल लगाएं।

रोली, चावल, करवा, मिठाई और चूड़ियां सजाकर रखें।

सुंदर सजावट से थाली आकर्षक लगती है और पूजन में मन लगता है।

🌸 निष्कर्ष (Conclusion)

करवा चौथ 2025 नारी सशक्तिकरण, प्रेम और आस्था का प्रतीक पर्व है। इस दिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और जीवनसाथी के प्रति समर्पण की भावना से व्रत रखती हैं। सही विधि से पूजा करने पर परिवार में सुख-समृद्धि और वैवाहिक जीवन में स्थिरता आती है।

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